• किताबें खरीदें
  • सीडी खरीदें
  • मुख्य पृष्ठ
  • गीतो के बोल
  • गीत संग्रह
  • रीति रिवाज
  • लेखक के विषय में
  • संपर्क सूत्र
  • गीतो के बोल
  • गीत संग्रह
  • मुख्य पृष्ठ
  • किताबें खरीदें
  • सीडी खरीदें
  • रीति रिवाज
    • विवाह के नेगचार
    • बच्चे का जन्म
    • चैक पूरना व मिनसवाना
  • लेखक के विषय में
  • संपर्क सूत्र
geet sangrah

पारम्परिक देवी-देवताओं के लोकगीत

विनायक थानै ध्यावा जी

पांच पताशे पाना का बिड़ला

किस कै जन्मे अर्जुन पान्डे

पितर जी आये म्हारै अलीया गलीया

कठैसे आई ए पितरानी प्यारी पावनी

कन चिनाया थारा देवरा सती दादी

बड़े बगड़ रानी निसरी

लीलै से घोड़े असवार गलीया बिच कौन फिरे

कनै चिनाया थारा देवरा ओ श्याम राम

इन रै गांवा के गोरवै - खेतरपाल

भुमिया क्याऐ का थारा ओबरा

सवा गज कपड़ा ले गई खतरी की - लीला

दिवा कै मन गाल्या सै कोयला

माता काले सै बादल भवानी

मेहन्दा बोवन मैं गई

ऐ चौखट बिन ऐ बाजु बिन घरवत

 
 

लगन के गीत

मेरे दादा के चार हवेली लगन

रघुनन्दन फूले न समाएं - लगन

हल खल हल खल नदी ऐ भवै - नहाने का

हरीयो पीपल सुपर डाली - आरता

मैं तोहे पुछू कंवर लाड़ली - मरवट

सेहरे के गीत

बन्ना पुछे दादा ने ओ दादा - सेहरा

सीता पति बरना प्यारो लगे - सेहरा

माण्डे के गीत

मांडे तेरी ओठ लाड़ो ने केश सुखाए - मांडे

सुनो दादा जी लाड़ो की विनती

तोरण आया राईवर थर हर काम्या राज

बाजा ऐ नगाड़ा रणजीत का

सासु निरखे जमाई ऐ जयमाला

इस चवरी श्री राम चढ़ा (फेरो का गीत)

फेरो में खील बखेरियो

लड़की की विदाई

बन्नी के मंगल गीत

लाडो सोने की कटोरी में सुहाग मांगन गई - सुहाग

लाडो पूछै दादा से ओ दादा - बन्नी

मेरे दादा जी ने बोई री सुहागा री क्यारी - सुहाग

ननदी जापे पर आईये - जच्चा

ये परदा हटा दो

भारत की नार ऐसे जनौ सुत योद्धा - जच्चा

बन्ने के गीत

सज गया सज गया मेरा बन्ना

पहली गणेश मनाओ री बहनो - बन्ना

बन्ना खेले गलियों में उड़वे पतंग - बन्ना

आगे दादा जी तैयार पीछे ताऊ जी तैयार - घोड़ी

कौन देश कुवर कन्हैया - घोड़ी

मालन बेलवा उठाले या घोड़ी नाचेगी

नुदू मेरा बीरा - भात

गलियारा बुहार आई री - भात

आज मेरे आंगन वीरा रंग चूव - भात

राजा दशरथ की नार भात नौतने आई

सीठने

आम तो पाके

पीलिया

सुती धण रस भर नींद घुघरी

दिल्ली शहर से पीला मंगा दो जी

बेगम बरेली में बेगम बिके - जच्चा

रतिजगा सवेरे के गीत

राम की पोड़ी बोला मुर्गा - सवेरे के गीत

गाम धणी कै आगै अरज करूं - भांग

हमारी राम राम - देवी देवता को

माता ऐ दिन ऊगा प्रभात - दातुन

उठो नी सुहागन नार

दिल्ली, फरीदाबाद के गीत

आगे दादा जी तैयार पीछे ताऊ जी तैयार - घोड़ी

सीता पति बरना प्यारो लगे - सेहरा

रघुनन्दन फूले न समाएं - लगन

हरीयो पीपल सुपर डाली - आरता

बधायो सोने को मेरी जान - बधायो

राजा दशरथ की नार भात नौतने आई

लाडो सोने की कटोरी में सुहाग मांगन गई - सुहाग

मांडे तेरी ओठ लाड़ो ने केश सुखाए - मांडे

  • Home |
  • Songs Collection |
  • Lyrics |
  • Customs |
  • About Author |
  • Contact us

Copyright geetmanjari.com. All Rights Reserved.